UPI का देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी इस्तेमाल होता है। लेकिन कई बार लोगों का पेमेंट फेल होने की भी शिकायत आती हैं। ऐसा क्यों होता है? जानिए इस पॉडकॉस्ट में.
डेटा के अनुसार एक वित्तीय वर्ष में यूपीआई के जरिए भारत में लेनदेन 131 अरब रहा, जो 2022-23 में 84 अरब था
UPI लेनदेन की संख्या सितंबर के 10.56 अरब से 8 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 11.41 अरब हुई
एटीएम से कैश विड्रॉल कम होने का ये सिलसिला नवंबर 2018 से ही शुरू हो गया था.
UPI Transaction: पिछले महीने यह 7.71 लाख करोड़ रुपए थी. इससे पहले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच यूपीआई ट्रांजैक्शन में गिरावट आई थी.
UPI: UPI इस्तेमाल करने के लिए व्यक्ति का किसी बैंक में अकाउंट होना चाहिए और वो UPI सेवा से जरूर जुड़ा होना चाहिएः
UPI आईडी, आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के जरिए रुपए ट्रांसफर कर सकते हैं. UPI सर्विस को सपोर्ट करने वाली ऐप पर आप अपनी आईडी सेट कर सकते हैं.
ये मोबाइल से ओपरेट होता है और इंटरबैंक ट्रान्सफर सिस्टम है यानी एक बैंक से दूसरे बैंक में तुरंत पैसा ट्रांसफर हो जाता है.
UPI ट्रांजैक्शन की अधिकतम लिमिट एक लाख रुपए प्रतिदिन है. इस अधिकतम लिमिट के बाद, बैंकों की अपनी अलग-अलग सब-लिमिट हो सकती है.
UPI- जनवरी 2021 के आंकड़ों के अनुसार, देश में ट्रांजेक्शन के जरिए UPI पेमेंट का करीब 94% हिस्सा 3 टॉप प्लेयर्स के पास है.